motivational stories in hindi, short stories in hindi, hindi kahani
जब मैं पहले दिन
कॉलेज गया तो एक नवांगतुक लड़की से मित्रता हुई वो बहुत स्पष्टवादी, निर्भीक व
अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाली थी सयोंग्वश मेरे चाचा की लड़की की शादी थी मैंने
उसे न्योता दे दिया। शादी में फेरों से पहले वर-पक्ष कि स्त्रियाँ जेवरो की कमी के
बारे में कानाफूसी करने लगी। दबे स्वर में वे चाची से अरे जेवरो कि मांग कर रही थी।
जब ये बात मेरी दोस्त ने सुनी, तो वो वरपक्ष की स्त्रियों के पास जाकर अपने सारे
जेवर उन्हें देते हुए बोली – ‘ये रख लीजिए, शायद इन बेजान जेवरो की अहमियत किसी
के मान-सम्मान से ज्यादा है।‘ वर
पक्ष लज्जित हुआ। वे लोग बिना हंगामा किये बहन को विदा कर ले गए। मुझे अपनी दोस्त पर
गर्व है। क्या आप भी एसी दोस्तों निभा सकते है?
Tagged- motivational stories in hindi, short stories in hindi, hindi kahani
Tagged- motivational stories in hindi, short stories in hindi, hindi kahani
आपके योगदान के लिए धन्यवाद! ConversionConversion EmoticonEmoticon