Personality Development Tips
What is Personal Development and how to improve it (व्यक्तित्व (Personailty) क्या है और इसे कैसे निखारे? आज मैं आपको
आपके व्यक्तित्व यानी Personailty से
रूबरू करवाने की कोशिश करूंगा-
व्यक्तित्व
क्या है?(What is Personality)
इसको
निखारने वाले कारक(Prsonality Development
Improve)
आइये
जाने की व्यक्तित्व(Personailty) क्या है-
आपके द्वारा स्वयं
को दूसरो के सामने पेश करने का तरीका ही व्यक्तित्व (Persoanlty) है जिसमे शामिल है आपकी Body Language
, बातचीत का तरीका, भाषा, शरीर पर पहने
हुए कपडे, व्यवहार करने का तरीका इन सब से मिलकर बनता है आपका व्यक्तित्व (Personality)
यह
आप पर निर्भर करता है कि आप का व्यक्तित्व(Personality) कैसा हो? आप चाहे तो इसे अधिक प्रभावशाली बना सकते हैl
इसका जीवित उदाहरण है आपके पड़ोस या गाव या
फिर शहर में रहने वाले दो या तीन या चार सगे भाई जिन्हें आप जानते है वो सगे भाई
है इस कारण माता-पिता कि बात रहने दे अब आप देखिये उन भाइयो को आप पायेगे कि उनसे
या उनका आप से या किसी और से मिलने का तरीका भिन-भिन है आप या कोई और जब उनसे
मिलते है तो आप उनसे अलग-अलग तरीके से व्यवहार करते है किसी को ज्यादा इज्जत देते है
किसी को कम देते है ये है उनका व्यक्तित्व उन्होंने खुद तय किया है कि लोग उन्हें
किस तरीके से मिले। मेरा समजाने का अर्थ आप समझ गए होगे अब समस्या आती कि इस
व्यक्तित्व(Personailty) को कैसा
निखारे?
इसको
निखारने वाले कारक-
व्यक्तित्व को निखारने के लिए निचे लिखे पॉइंट में कुछ पर मैं आप से बात
करूंगा -
1. बोलने की कला
2. सुनने की कला
3. Time Management
4. Personal Relationship
5. Body Language
6. Your dress
7. बात करने का तरीका
8. अपने SWOT को जानो
9. डायरी का महत्व
बोलने की कला- व्यक्तित्व(Personailty) को प्रभावित करने वाले मुख्य कारणों में से एक है आप
के बोलने की कला-
बोलने की कला
(Communication Skill)
बोलने की कला से ही
व्यक्ति इस संसार में सर्वोपरि हुआ है, क्योंकि उसके पास अपने विचारों को व्यक्त
करने की कला है| जिसके पास बोलने कि अच्छी कला है वो इस भीड़ में अपनी पहचान बना
लेता है| अगर आप एक आकर्षक, प्रभावी और खुसमिजाज व्यक्तित्व बनाना चाहते है तो
आपको बोलने की कला का ज्ञान होना चाहिए!
‘ऐसी बानी बोलिय, मन का आपा खोय|’
औरन को शीतल करे, आपहि शीतल होय||
- दूसरो से बात करते समय विषय पर ही केन्द्रित रह कर बात करेl
- एक सी आवाज में न बोले| भावों के अनुसार आवाज में उतार-चड़ाव का होना बहुत जरुरी है|
- बहुत तेज आवाज में ना बोले| यह सामने वाले को बुरी लगती है और इतनी धीमी आवाज में भी न बोले कि सामने वाला आपको अच्छी तरह से सुन ना सके| बोलने में जल्दबाजी न करे|
- किसी विशेष विषय पर बोलने से पहले उसके रेस्पेक्टिवे शब्दो को याद कर ले|
- सामने वाले कि बात पहले पूरी होने के बाद ही बोले चाहिए आप को उस बात का ज्यादा नॉलेज हो|
- बात को इस प्रकार व्यवस्थित करे कि कम शब्दों में बात का सार सामने आ जाये|
- बोलते समय खास ध्यान रखे कि कोई भी एसी बात न करे जिससे दूसरो को दुःख पहुचता हो बात-बात पर जो लोग ताने मारते है वो किसी को भी पसंद नहीं है.|
- महान वक्ता कारनेगी कहते हैं- सफल और असफल व्यक्ति के बीच यह फर्क होता है कि प्रभावी बोलने की कला से और स्वयं को सटीक रूप में अभिव्यक्त करने की क्षमता से।
- सामने वाले कि तार्किक क्षमता के अनुसार शब्दो का प्रयोग करेl
सुनने की कला- जिस प्रकार बोलने की कला आपको Personailty को तय करती है उसी प्रकार सुनने की कला भी आपके व्यक्तित्व को प्रभावित
करती है-
सुनने की कला कैसे
विकसित करे?
एक सफल आदमी बनने के लिए सुनने की
कला बहुत महत्वपूर्ण है –
- श्रवण के लिए हृदय शांत, खुला होना चाहिए। शांत हृदय में ज्ञान प्रवेश करता है।
- इतनी तल्लीनता से उसे सुनें कि दूसरा व्यक्ति अपने गहरे से गहरे राज आपके सामने खोले।
- सुनने की कला के आभाव के कारण हम सामने वाले को बोलने का अवसर नहीं देते जिससे एक-दुसरे में मनमुटाव हो जाता है इस कला के न होने कारण हम किसी को भली-भाती समझ नहीं पाते है और अपने आप को सबसे से अलग कर देते है l
- कुछ भी सुने पूरी एकाग्रता से सुने l मेरे पर्सनल अनुभव से में आपको बताता हू कि अक्सर जब क्लास में केमिस्ट्री या मैथ का पिरियिड आता है तो नींद आने लगती इसका मुख्य कारण येही है कि हमारे माइंड में बेठ गया है कि केमिस्ट्री या मैथ समझ में नहीं आती है जिससे ध्यान क्लास में नहीं रहता बहार कि वस्तओं में चला जाता है और कुछ भी समझ में नहीं आता है l
- आपने प्रायः महसूस किया होगा कि बार-बार याद करवाने पर भी बच्चो को पाठ्यपुस्तक कि कविता याद नहीं होती और दूर बजता हुआ फिल्मी गाना एक दो बार सुनने पर ही याद रह जाता है l कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है क्योकि पहला बंधन है और दूसरा आनंद है अतः आनंद लीजिये, आनंद से सुनी हुई बात हमेसा याद रहती हैl
हमें अपनी दैनिक जीवन में काम के अलावा प्रेरणास्पद,
ज्ञानवर्धक बाते भी अवश्य सुननी चाहियl
संगीत – मन को शान्ति
प्राथर्ना - कर्तव्य बोध
भजन – आत्मिक शान्ति
Time Management-
एक सफल और
महत्वपूर्ण व्यक्त्वि (Personailty)
वाला व्यक्ति समय का अच्छा प्रबंधक होगाl एक अच्छा
समय प्रबंधक प्रक्रति प्रदत्त संसाधनों को इस तरह से इस्तेमाल करता है कि बेहतर
परिणाम मिलेl
समय
समय बड़ा अनमोल है यह
कहावत हमें यह सिखाती है कि समय सभी को एक सम्मान मिलता है चाये वह ब्रेटन का
राष्ट्रपति हो , एक सफल बिजनेसमेन या फिर एक छोटा-सा व्यापारी होl
लेकिन समय प्रबंदन को अपनाकर या न अपनाकर
इन्होने अपना-अपना पद निश्चित कर लियाl
कई बार लोग किसी कार्य को चाहते हुआ भी समय
पर नहीं कर पाते क्योंकि उन्होंने Time Management नहीं अपनाया और उसका परिणाम –
- समाज में अपनी पहचान नहीं बना पातेl
- आर्थिक हानी बोझ झेलना पडता हैl
- व्यक्तित्व पर बुरा प्रभाव पड़ता हैl
- रिस्तो में कड़वाहट आ सकती हैl
अगर आप समय का प्रबंदन करना सीख गये तो आपकी कार्यक्षमता, बोधिकता,
तार्किकता बढ़ जाएगी और आप नई
तकनीके व ज्ञान बढाने नयेअवसरों को प्राप्त कर सकगेl
आपके आपसी संबंद अधिक अच्छे होगे और आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा l
Time Management के लिए मैं आपके साथ कुछ विधिया share करूगा –
·
सबसे पहले दैनिक जीवन में करने वाले कार्यो की सूची बनाये तथा उनको दो
भागो में बाटे- एसे कार्य जिन्हें आप टाल नहीं सकते तथा एसे कार्य जिन्हें करे या
न करे या उनका समय बदलना आपके हाथ में हो
आवश्यक कार्य
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इच्छा से
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भोजन करना
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T.V देखना
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स्नान
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घुमने
जाना
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अब देखिये कि आप कितने समय ऐसे कार्यो
में व्यतित करते है आवश्यक नहीं हैl आवश्यक
कार्यो को प्राथमिकता दे और शेष कार्यो को अनुकूल समय मिलने पर करेl
·
अपने काम को समय के साथ Adjust करे आपको जो भी कार्य करना हो उसे पहले एक डायरी में
लिखेl और बाद में इनका विभाजन करे
1. दैनिक कार्य
2. साप्ताहिक कार्य
3. मासिक कार्य
4. वार्षिक कार्य
अब अपनी डायरी में
चार खाने बना ले ---
दैनिक कार्य
|
मासिक कार्य
|
साप्ताहिक कार्य
|
वार्षिक कार्य
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घुमने जाना
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बिजली बिल भरना
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पैट्रॉल भरवाना
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etc
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जागरण करवाना
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सोसिअल Vigit
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etc
|
etc
|
दैनिक कार्य के
अन्दर आप दिन में जो भी काम करते है उनकी सूची बना ले और उन्हें भी तीन भागो में विभाजित कर
दे –
- जरुरी है
- कम जरुरी है
- कर सकते है
इस तरह का वर्गीकरण
करने पर आप समझ पायगे कि किस कार्य को पहले करना है और किस कार्य को समय न मिलने
पर टालना हैl
FOR BUSY PEOPLE—
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है जिसे समाज में रहने के साथ-साथ अनेक
फ़ोर्मिल्तिएस पूरी करनी पड़ती हैl और जो अपनी
जिम्मेदारियों से पीछे हटता है उसे बाद में अनेक समस्यायो का सामना करना पड़ता है
अगर आप बहुत बिजी रहते है तो आज मेरी तकनीक आपके बहुत काम आ सकती है जब आप घर से
बहार निकलते है कही जाने के लिए तो आप सिर्फ उसी काम के बारे में सोचते जो आप को
करना है जिससे आप पीछे रह जाते है वो एक रोबोट कि तरह हो गया कि जितना भरलिया उतना
कर आयेl लेकिन आप को किसी भी कार्य को करने जाने से
पहले डायरी में लिखना है जिसका जिक्र मैने पहले भी किया हैl आप जहा जा रहे है उस जगह से रिलेटेड आप को कितने काम
होते है उन्हें भी डायरी में लिखेl जो याद ना
आये उसे छोड़ दे याद करने कि ज्यादा कोशिश ना करेl रास्ते मे जाते वक्त सोचते चले कि यहा और कोनसा काम
हो सकता है अथार्थ आप को चार तरफ से सोचना है
डायरी का महत्व-
डायरी बनाने की आदत डाले
मैने आपसे पहले भी
डायरी के बारे में उल्लेख किया है कि डायरी में अपने दैनिक, साप्ताहिक, मासिक,
वार्षिक कार्यो को लिखे और उन्हें update करते रहेl
डायरी में अपने विचार लिखने कि आदत डालेl आज जो विचार छोटा व साधारण दिखाई देता है वह कल आपके
जिंदगी बन सकता है
डायरी में अपने विचार लिखने से लेखन शैली व
तार्किक शक्ति बढती है l
अगर आपको कोई Article या सुनी हुई बात अच्छी लगे तो इसे आप अपने पास रख सकते
हैl
अच्छी किताबो के लेखक व उनकी बुक्स के नाम
अपनी डायरी में लिख सकते है जिससे आप कि Personality बढेगीl
डायरी लेखन से हस्तलेख अच्छा होता है
हस्तलेख का सीधा प्रभाव आपकी सायक्लोजी पर पड़ता हैl अगर आपकी हस्तलेख अच्छी होगी टी आप शर्मिन्दा होने से
बच जायेगेl
आप अपनी डायरी में What’s Today नाम का खालीस्थान बनाले उसमे आज के दिन क्या
बड़ा घटित हुआ था क्या अच्छा या क्या बुरा हुआ था के बारे में
लिखे इससे आपको बहुत फायदे होगे जैसे- आपकी G.K में सुधार आएगा आप up to dateरहेगेl
डायरी के बारे में आपको ज्यादा बताने कि
जरुररत नहीं है क्योंकि डायरी पूरी फिल्म बन चुकी है Ghajini अगर आपने Ghajini फिल्म देखी है (आप Ghajini फिल्म मेरी वेबसाइट पर भी देख सकते है ) तो आपको पता है खेर वो तो फिल्म थी लेकिन डेली लाइफ
में आप डायरी का महत्व समझ जायगे एक बार डायरी लिखना स्टार्ट कर दिया तोl
आपने कभी सोचा है कि लेखक ही क्यों इतने
अच्छे लेख लिख सकता हैl आप क्यों नहीं लिख सकते है आप भी लिख सकते है
बस थोड़ी-सी मेहनत करनी पड़ेगी आज से आपको डायरी लिखना स्टार्ट करना होगा आपको जो भी
ख्याल आये उस पर लिख डालोl डायरी को आप अपनी Persoanl Life का हिस्सा बना सकते है l
1 comments:
Click here for commentsbahut achha likha hai
आपके योगदान के लिए धन्यवाद! ConversionConversion EmoticonEmoticon