मुहावरा एक ऐसा वाक्यांश
होता है जिसके प्रयोग से अभिव्यक्ति-कौशल में अभिवृद्धि होती है। प्रायः मुहावरे के अंत
में क्रिया का सामान्य रूप प्रयुक्त होता है। जैसे (i) नाकों चने चबाना (ii) दाँतों तले अंगुली दबाना।
मुहावरे
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1. अपना उल्लू
सीधा करना
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स्वार्थ सिद्ध करना
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2. अपनी खिचड़ी
अलग पकाना
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सबसे अलग रहना
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3. अपने मुँह
मियां मिट्ठू बनना
|
अपनी प्रशंसा स्वयं करना
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4. अपने पाँव पर
कुल्हाड़ी मारना
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स्वयं को हाँनि पहुँचाना
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5. अपने पैरों पर
खड़े होना
|
आत्म निर्भर होना
|
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6. अक्ल पर पत्थर
पड़ना
|
बुद्धि भ्रष्ट होना
|
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7. अक्ल के पीछे
लट्ठ
|
लेकर फिरना
|
मूर्खता प्रदर्शित करना
|
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8. अँगूठा दिखाना
|
कोई वस्तु देने या काम करने से इंकार
करना
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9. अँधे की लकड़ी
होना
|
एक मात्र सहारा
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10. अच्छे दिन आना
|
भाग्य खुलना
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11. अंग-अंग फूले
न समाना
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बहुत खुशी होना
|
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12. अंगारों पर
पैर रखना
|
साहसपूर्ण खतरे में उतरना
|
||||||
13. आँख का तारा
होना
|
बहुत प्यारा
|
||||||
14. आँखें बिछाना
|
अत्यन्त प्रेम पूर्वक स्वागत करना
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15. आँखें खुलना
|
वास्तविकता का बोध होना
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16. आँखों से
गिरना
|
आदर कम होना
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17. आँखों में धूल
झोंकना
|
धोखा देना
|
||||||
18. आँख दिखाना
|
क्रोध करना/डराना
|
||||||
19. आटे दाल का
भाव मालूम होनाः
|
बड़ी कठिनाई में पड़ना
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20. आग बबूला होना
|
बहुत गुस्सा होना
|
||||||
21. आग से खेलना
|
जानबूझ कर मुसीबत मोल लेना
|
||||||
22. आग में घी
डालना
|
क्रोध भड़काना
|
||||||
23. आँच न आने
देना
|
हानि या कष्ट न होने देना
|
||||||
24. आड़े हाथों
लेना
|
खरी-खरी सुनाना
|
||||||
25. आनाकानी करना
|
टालमटोल करना
|
||||||
26. आँचल पसारना
|
याचना करना
|
||||||
27. आस्तीन का
साँप होना
|
कपटी मित्र
|
||||||
28. आकाश के तारे
तोड़ना
|
असंभव कार्य करना
|
||||||
29. आसमान से
बातें करना
|
बहुत ऊँचा होना
|
||||||
30. आकाश सिर पर
उठाना
|
बहुत शोर करना
|
||||||
31. आकाश पाताल एक
करना
|
कठिन प्रयत्न करना
|
||||||
32. आँख का काँटा
होना
|
बुरा लगना
|
||||||
33. आँसू पीकर रह
जाना
|
भीतर ही भीतर दुःखी होना
|
||||||
34. आठ-आठ आँसू
गिराना
|
पश्चाताप करना
|
||||||
35. इधर-उधर की
हाँकना
|
बेमतलब की बातें करना
|
||||||
36. इतिश्री होना
|
समाप्त होना
|
||||||
37. इस हाथ लेना
उस हाथ देना
|
हिसाब-किताब साफ करना
|
||||||
38. ईद का चाँद
होना
|
बहुत दिनों बाद दिखाई देना
|
||||||
39. ईंट से ईंट
बजाना
|
नष्ट कर देना
|
||||||
40. ईंट का जवाब
पत्थर से देना
|
कड़ाई से पेश आना
|
||||||
41. आँसू पोंछना
|
सान्त्वना देना
|
||||||
42. आँखें तरेरना
|
क्रोध से देखना
|
||||||
43. आकाश टूट
पड़ना
|
अचानक विपत्ति आना
|
||||||
44. आग लगने पर
कुआँ खोदना
|
ऐन मौके पर उपाय करना
|
||||||
45. उंगली उठाना
|
निन्दा करना/लाँछन लगाना
|
||||||
46. उन्नीस-बीस का
फर्क होना
|
मामूली फर्क होना
|
||||||
47. उल्टी गंगा
बहाना
|
प्रचलन के विपरीत कार्य करना
|
||||||
48. उड़ती चिडि़या
पहचानना
|
बहुत अनुभवी होना
|
||||||
49. उल्लू बनाना
|
मूर्ख बनाना
|
||||||
50. उँगली पर
नचाना
|
वश में करना
|
||||||
51. उल्लू सीधा
करना
|
अपना स्वार्थ देखना
|
||||||
52. एक और एक
ग्यारह होना
|
एकता में शक्ति होना
|
||||||
53. एक लाठी से
हाँकना
|
सबसे एक जैसा व्यवहार करना
|
||||||
54. एक आँख से
देखना
|
समदृष्टि होना/भेदभाव न करना
|
||||||
55. एडी चोटी का
जोर लगाना
|
बहुत कोशिश करना
|
||||||
56. एक ही थाली के
|
चट्टे-बट्टे होना
|
एक प्रवृत्ति के होना
|
|||||
57. ओखली में सिर
देना
|
जानबूझ कर विपत्ति में फँसना
|
||||||
58. ओढ़ लेना
|
जिम्मेदारी लेना
|
||||||
59. और का और होना
|
एकदम बदल जाना
|
||||||
60. औने-पौने
बेचना
|
हानि उठाकर बेचना
|
||||||
61. औघट घाट चलना
|
सही रास्ते पर न चलना
|
||||||
62. कंचन बरसना
|
चारों ओर खूब धन मिलना
|
||||||
63. काट खाना
|
सूनेपन का अनुभव
|
||||||
64. किस्मत ठोकना
|
भाग्य को कोसना
|
||||||
65. कंठ का हार
होना
|
प्रिय बनना
|
||||||
66. काम में हाथ
डालना
|
काम शुरू करना
|
||||||
67. कूप मण्डूक
होना
|
अल्पज्ञ होना
|
||||||
68. कुएँ में भाँग
पड़ना
|
सब की बुद्धि मारी जाना
|
||||||
69. कन्नी काटना
|
आँख बचाकर खिसक जाना
|
||||||
70. कसौटी पर कसना
|
परीक्षण करना
|
||||||
71. कलेजा मुँह को
आना
|
व्याकुल होना/बहुत परेशान होना
|
||||||
72. कलेजा ठण्डा
होना
|
सन्तुष्ट होना
|
||||||
73. काम आना
|
युद्ध में मारा जाना
|
||||||
74. कान खाना
|
शोर करना/परेशान करना
|
||||||
75. कान भरना
|
चुगली करना
|
||||||
76. कान में तेल
डालना
|
शिक्षा पर ध्यान न देना/अनसुना
करना
|
||||||
77. कफन सिर पर
बाँधना
|
लड़ने मरने को तैयार होना
|
||||||
78. किंकत्र्तव्य
विमूढ़ होना
|
कोई निर्णय न कर पाना
|
||||||
79. कमर कसना
|
तैयार होना
|
||||||
80. कोल्हू का बैल
होना
|
हर समय श्रम करने वाला
|
||||||
81. कलेजा टूक-टूक
होना
|
दुःख पहुँचना
|
||||||
82. कान कतरना
|
बहुत चतुराई दिखाना
|
||||||
83. काम तमाम कर
देना
|
मार देना
|
||||||
84. कीचड़ उछालना
|
कलंक लगाना/नीचा दिखाना
|
||||||
85. कंधे से कंधा
मिलाकर चलना
|
साथ देना
|
||||||
86. कच्चा-चिट्ठा
खोलना
|
भेद खोलना
|
||||||
87. कोड़ी के मोल
बिकना
|
बहुत सस्ता होना
|
||||||
88. कान का कच्चा
होना
|
जल्दी बहकावे में आना
|
||||||
89. कान पर जूँ न
रेंगना
|
कोई असर न होना
|
||||||
90. खून खौलना
|
गुस्सा आना
|
||||||
91. खून के घूँट
पीना
|
गुस्सा मन में दबा लेना
|
||||||
92. खून पसीना एक
करना
|
बहुत मेहनत करना
|
||||||
93. खाक छानना
|
भटकना/काफी खोज करना
|
||||||
94. खेत रहना
|
युद्ध में मारे जाना
|
||||||
95. खाक में मिलना
|
बर्बाद होना
|
||||||
96. खाक में
मिलाना
|
बर्बाद करना
|
||||||
97. खून-सूखना
|
भयभीत होना
|
||||||
98. कठपुतली की
तरह नाचना
|
किसी के वश में होना
|
||||||
99. कब्र में पाँव
लटकना
|
मौत के करीब होना
|
||||||
100. कलम तोड़ना
|
अत्यधिक मर्मस्पर्शी रचना करना
|
||||||
101. कलेजा छलनी
करना
|
ताने मारना/व्यंग्य करना
|
||||||
102. कलेजा थामकर
रह जाना
|
असह्य बात सहन कर रह जाना
|
||||||
103. कलेजे का
टुकड़ा होना
|
अत्यन्त प्रिय/आत्मिक होना
|
||||||
104. कागज की नाव
होना
|
क्षण-भंगुर
|
||||||
105. कागजी घोड़े
दौड़ाना
|
केवल कागजी कार्यवाही करना
|
||||||
106. कानों कान खबर
न होना
|
किसी को पता न चलना
|
||||||
107. कुत्ते की मौत
मरना
|
बुरी दशा में प्राणान्त होना
|
||||||
108. कमर टूटना
|
सहारा न रहना
|
||||||
109. कान भरना
|
किसी के विरूद्ध शिकायत करते रहना
|
||||||
110. किसी का घर
जलाकर
|
अपने छोटे से स्वार्थ के लिए
|
||||||
अपना हाथ सेकना
|
दूसरों को हाँनि पहुँचाना
|
||||||
111. कटे पर नमक
छिड़कना
|
दुःखी को और अधिक दुःखी करना
|
||||||
112. गुदड़ी का लाल
होना
|
छुपारूस्तम/गरीब किन्तु गुणवान
|
||||||
113. गड़े मुर्दे
उखाड़ना
|
बीती बातें छेड़ना
|
||||||
114. गले पड़ना
|
जबरन आश्रय लेना
|
||||||
115. गंगा नहाना
|
दायित्व से मुक्ति पाना
|
||||||
116. गिरगिट की तरह
रंग बदलना
|
अवसरवादी होना/निश्चय बदलना
|
||||||
117. गुड़ गोबर
होना
|
काम बिगड़ना
|
||||||
118. गुड़ गोबर
करना
|
काम बिगाड़ना। किया कराया नष्ट करना
|
||||||
119. गुलछर्रे
उड़ाना
|
मौज उड़ाना
|
||||||
120. गाल बजाना
|
अपनी प्रशंसा करना
|
||||||
121. गागर में सागर
भरना
|
थोड़े में बहुत कुछ कह देना
|
||||||
122. गाँठ में कुछ
न होना
|
पैसा पास न होना
|
||||||
123. गला काटना
|
लोभ में पड़कर हाँनि पहुँचाना
|
||||||
124. गर्दन पर छुरी
फेरना
|
अत्याचार करना
|
||||||
125. घाट-घाट का
पानी पीना
|
स्थान-स्थान का अनुभव होना
|
||||||
126. घाव पर नमक
छिड़कना
|
दुःखी को और दुःखी करना
|
||||||
127. घड़ों पानी
पड़ना
|
बहुत लज्जित होना
|
||||||
128. घी के दीये
जलाना
|
बहुत खुश होना/खुशियाँ मनाना
|
||||||
129. घर फूँक कर
तमाशा देखना
|
अपना लुटाकर भी मौज करना/
|
||||||
130. घर सिर पर
उठाना
|
बहुत शोर करना
|
||||||
131. घोड़े बेचकर
सोना
|
निश्चिंत होना
|
||||||
132. घुटने टेक
देना
|
हार मान लेना
|
||||||
133. चादर के बाहर
पैर पसारना
|
आय से अधिक व्यय करना
|
||||||
134. चुंगल में
फँसना
|
किसी के काबू में होना
|
||||||
135. चोली दामन का
साथ होना
|
घनिष्ट सम्बन्ध होना
|
||||||
136. चेहरे पर
हवाइयाँ उड़ना
|
घबरा जाना
|
||||||
137. चिकनी चुपड़ी
बातें करना
|
चापलूसी करना/कपट व धोखा
|
||||||
138. चुल्लूभर पानी
में डूब मरना
|
बहुत शर्मिन्दा होना
|
||||||
139. चिकना घड़ा
होना
|
अत्यन्त बेशर्म
|
||||||
140. चूडि़याँ
पहनना
|
कायरता दिखाना
|
||||||
141. चकमा देना
|
धोखा देना
|
||||||
142. चैपट करना
|
पूर्णरूप से नष्ट करना
|
||||||
143. चारों खाने
चित्त होना
|
बुरी तरह हारना
|
||||||
144. चैन की बंशी
बजाना
|
आराम से रहना
|
||||||
145. चूना लगाना
|
धोखा देकर ठगना
|
||||||
146. चार चाँद
लगाना
|
शोभा बढ़ाना
|
||||||
147. चम्पत होना
|
गायब होना
|
||||||
148. छठी का दूध
याद आना
|
बड़ी मुसीबत में फँसना
|
||||||
149. छाती ठोकना
|
उत्साहित होना
|
||||||
150. छप्पर फाड़कर
देना
|
बिना परिश्रम देना
|
||||||
151. छाती पर मूँग
दलना
|
बहुत परेशान करना
|
||||||
152. छोटे मुँह
बड़ी बात करना
|
अपनी हैसियत से ज्यादा बात करना
|
||||||
153. छाती पर साँप
लोटना
|
अत्यन्त ईष्र्या करना
|
||||||
154. छक्के छुड़ाना
|
पैर उखाड़ देना/बेहाल करना
|
||||||
155. छाती पर पत्थर
रखना
|
हृदय कठोर करना
|
||||||
156. जले पर नमक
छिड़कना
|
दुःखी का दुःख बढ़ाना
|
||||||
157. जान हथेली पर
रखना
|
मरने की परवाह न करना
|
||||||
158. जमीन पर पैर न
पड़ना
|
बहुत गर्व करना
|
||||||
159. जान में जान
आना
|
धीरज बँधना/मुसीबत से
|
छुटकारा पाना
|
|||||
160. जबानी जमा
खर्च करना
|
गप्पें लड़ाना
|
||||||
161. जबान पर लगाम
लगाना
|
बहुत कम बोलना
|
||||||
162. जहर का घूँट
पीना
|
कड़वी बात सुनकर
|
सहन कर लेना
|
|||||
163. जीती मक्खी
निगलना
|
जानबूझ कर बेईमानी करना
|
||||||
164. जान पर खेलना
|
साहसपूर्ण कार्य करना
|
||||||
165. जूता चाटना
|
चापलूसी करना
|
||||||
166. जहर उगलना
|
कड़वी बात कहना
|
||||||
167. झख मारना
|
समय नष्ट करना
|
||||||
168. झगड़ा मोल
लेना
|
विवाद में जानबूझ कर पड़ना
|
||||||
169. जी तोड़ कर
काम करना
|
बहुत मेहनत करना
|
||||||
170. जी भर आना
|
दया उमड़ना/चित्त में
|
दुःख होना
|
|||||
171. टोपी उछालना
|
अपमानित करना
|
||||||
172. टेढ़ी-खीर
होना
|
कठिन काम
|
||||||
173. टका सा जवाब
देना
|
साफ इंकार करना
|
||||||
174. टेक निभाना
|
वचन पूरा करना
|
||||||
175. टट्टी की आड़
में
|
छिपकर षड्यंत्र रचना
|
||||||
शिकार खेलना
|
दिवाला निकाल देना
|
||||||
176. टाट उलट देना
|
व्यर्थ दखल देना
|
||||||
177. टाँग अड़ाना
|
किंकत्र्तव्य विमूढ़ होना/
|
||||||
178. ठगा सा रह
जाना
|
विस्मित रह जाना
|
||||||
179. ठकुर सुहाती
बातें करना
|
चापलूसी करना
|
||||||
180. ठिकाने लगाना
|
नष्ट कर देना
|
||||||
181. डूबते को
तिनके का
|
मुसीबत में थोड़ी सहायता
|
||||||
सहारा देना
|
भी लाभप्रद
|
||||||
182. डकार जाना
|
हड़प लेना/हजम कर जाना
|
||||||
183. डींग हाँकना
|
झूठी बड़ाई करना
|
||||||
184. डूब मरना
|
शर्म से झुक जाना
|
||||||
185. डेढ़ चावल की
खिचड़ी पकाना
|
अपना मत अलग ही रखना
|
||||||
186. डंका बजना
|
प्रभाव होना
|
||||||
187. ढिंढोरा पीटना
|
प्रचार करना/सूचना देना
|
||||||
188. ढोल में पोल
होना
|
थोथा या सारहीन
|
||||||
189. ढोल पीटना
|
अत्यधिक प्रचार करना
|
||||||
190. तलवे चाटना
|
खुशामद करना
|
||||||
191. तिल का ताड़ करना
|
छोटी सी बात को बहुत बढ़ा देना
|
||||||
192. तूती बोलना
|
खूब प्रभाव होना
|
||||||
193. तोते उड़ जाना
|
घबरा जाना
|
||||||
194. तेवर चढ़ाना
|
नाराज होना/त्यौंरी बदलना
|
||||||
165. तलवार के घाट
उतारना
|
मार डालना
|
||||||
196. तिलांजलि देना
|
त्याग देना/छोड़ देना
|
||||||
197. तितर-बितर
होना
|
अलग-अलग होना
|
||||||
198. तारे गिनना
|
बेचैनी में रात काटना
|
||||||
199. तीन तेरह करना
|
तितर-बितर करना
|
||||||
200. थूक कर चाटना
|
अपने वचन से मुकरना
|
||||||
201. थैली खोलना
|
जी खोलकर खर्च करना
|
||||||
202. थू-थू करना
|
घृणा प्रकट करना
|
||||||
203. दूध का दूध
पानी
|
का पानी करना
|
ठीक न्याय करना
|
|||||
204. दौड़ धूप करना
|
खूब प्रयत्न करना
|
||||||
205. दाँत खट्टे
करना
|
परेशान करना/हरा देना
|
||||||
206. दाने-दाने को
तरसना
|
बहुत गरीब होना
|
||||||
207. दाल में काला
होना
|
छल/कपट होना/संदेहपूर्ण होना
|
||||||
208. दीया लेकर
ढ़ूँढ़ना
|
अच्छी तरह खोजना
|
||||||
209. दुम दबाकर
भागना
|
डर कर भाग जाना
|
||||||
210. दाल गलना
|
काम बनना
|
||||||
211. दिन में तारे
दिखाई देना
|
घबरा जाना
|
||||||
212. दाँतों तले
उँगली दबाना
|
आश्चर्य चकित होना
|
||||||
213. दो-दो हाथ
करना
|
द्वन्द्व युद्ध/अन्तिम निर्णय हेतु
तैयार होना
|
||||||
214. दो टूक जवाब
देना
|
स्पष्ट कहना
|
||||||
215. दिन-रात एक
करना
|
खूब परिश्रम करना
|
||||||
216. द्रोपदी का
चीर होना
|
अनन्त/अन्तहीन
|
||||||
217. दिमाग आसमान
पर चढ़ना
|
अत्यधिक गर्व होना
|
||||||
218. दाँतकाटी रोटी
होना
|
अत्यधिक स्नेह होना
|
||||||
219. दोनों हाथों
में लड्डू होना
|
सर्वत्र लाभ ही लाभ होना
|
||||||
220. दूसरे के कंधे
पर
|
दूसरे को माध्यम बनाकर
|
||||||
रखकर बंदूक चलाना
|
काम करना
|
||||||
221. दिल छोटा करना
|
दुःखी होना, निराश होना
|
||||||
222. दिन फिरना
|
अच्छा समय आना
|
||||||
223. धूप में बाल
सुखाना
|
अनुभव हीन होना
|
||||||
224. धाक जमाना
|
रोब जमाना/प्रभाव जमाना
|
||||||
225. धूल में
मिलाना
|
नष्ट करना
|
||||||
226. धरती पर पाँव
न पड़ना
|
फूला न समाना अभिमानी होना
|
||||||
227. धूल फाँकना
|
दर-दर की ठोकरें खाना
|
||||||
228. धज्जियाँ
उड़ाना
|
दुर्गति करना, कड़ा विरोध करना
|
||||||
229. बरस पड़ना
|
बहुत क्रोधित होकर
|
||||||
230. नमक मिर्च
लगाना
|
बात को आकर्षक बनाकर कहना
|
||||||
231. नानी याद आना
|
बड़ी कठिनाई में पड़ना घबरा जाना
|
||||||
232. निन्यानवे के
फेर में पड़ना
|
धन इकट्ठा करने की
|
चिन्ता में रहना
|
|||||
233. नाम कमाना
|
प्रसिद्ध होना
|
||||||
234. नौ दो ग्यारह
होना
|
भाग जाना
|
||||||
235. नीला-पीला
होना
|
क्रोध करना
|
||||||
236. नाक रगड़ना
|
दीनता प्रदर्शित करना, खुशामद करना
|
||||||
237. नाक में दम
करना
|
बहुत परेशान करना
|
||||||
238. नाक भौं
सिकोड़ना
|
घृणा करना
|
||||||
239. नाकों चने
चबाना
|
खूब परेशान करना
|
||||||
240. नाक कटना
|
बदनामी होना
|
||||||
241. नुक्ताचीनी
करना
|
दोष निकालना
|
||||||
242. नाक रख लेना
|
इज्जत बचाना
|
||||||
243. नाम निशान तक
न बचना
|
पूर्ण रूप से नष्ट हो जाना
|
||||||
244. नचा देना
|
बहुत परेशान कर देना
|
||||||
245. नींव की ईंट
होना
|
प्रमुख आधार होना
|
||||||
246. पानी मरना
|
किसी की तुलना में निकृष्ट ठहरना
|
||||||
247. पैर पटकना
|
खूब कोशिश करना
|
||||||
248. पगड़ी उछालना
|
बेइज्जत करना
|
||||||
249. पेट पालना
|
जीवन निर्वाह करना
|
||||||
250. पहाड़ टूट
पड़ना
|
बहुत मुसीबत आना
|
||||||
251. पानी पीकर जात
पूछना
|
काम करके फिर जानकारी लेना
|
||||||
252. पेट में दाढ़ी
होना
|
लड़कपन में बहुत चतुर होना घाघ होना
|
||||||
253. पैरों तले से
जमीन खिसकना
|
बहुत घबरा जाना, अचानक परेशानी आना
|
||||||
254. पापड़ बेलना
|
कड़ी मेहनत करना, विषम परिस्थितियों
से गुजरना
|
||||||
255. प्राण हथेली
पर रखना
|
जान देने के लिये तैयार रहना
|
||||||
256. पिंड छुड़ाना
|
पीछा छुड़ाना या बचना
|
||||||
257. पानी पानी
होना
|
लज्जित होना
|
||||||
258. पेट में चूहे
कूदना
|
तेज भूख लगना
|
||||||
259. पाँचों
उँगलियाँ घी में होना
|
सब ओर से लाभ होना
|
||||||
260. पीठ ठोकना
|
शाबासी देना, हिम्मत बँधाना
|
||||||
261. फूँक फूँक कर
कदम रखना
|
सावधानी पूर्वक कार्य करना
|
||||||
262. फूटी आँखों न
सुहाना
|
बिल्कुल पसन्द न होना
|
||||||
263. फूला न समाना
|
अत्यधिक खुश होना
|
||||||
264. पट्टी पढ़ाना
|
बहका देना, उल्टी राय देना
|
||||||
265. पेट काटना
|
बहुत कंजूसी करना
|
||||||
266. पानीदार होना
|
इज्जतदार होना
|
||||||
267. पाँवों में
बेड़ी पड़ जाना
|
बंधन में बंध जाना
|
||||||
268. बाँह पकड़ना
|
सहायता करना/सहारा देना
|
||||||
269. बीड़ा उठाना
|
कठिन कार्य करने का उत्तरदायित्व
लेना
|
||||||
270. बाल की खाल
निकालना
|
नुक्ताचीनी करना
|
||||||
271. बात बनाना
|
बहाना करना
|
||||||
272. बाँसों उछलना
|
अत्यधिक प्रसन्न होना
|
||||||
273. बाल बाँका न
होना
|
कुछ भी नुकसान न होना
|
||||||
274. बाज न आना
|
आदत न छोड़ना
|
||||||
275. बगलें झाँकना
|
इधर-उधर देखना/निरुत्तर
|
होना
|
|||||
276. बायें हाथ का
खेल होना
|
सरल कार्य
|
||||||
277. बल्लियों
उछलना
|
अत्यधिक प्रसन्न होना
|
||||||
278. बछिया का ताऊ
होना
|
महामूर्ख
|
||||||
279. भौंह चढ़ाना
|
क्रुद्ध होना
|
||||||
280. भूत सवार होना
|
हठ पकड़ना/काम करने की धुन लगना
|
||||||
281. भीगी बिल्ली
बनना
|
डरपोक होना
|
||||||
282. भाड़ झोंकना
|
तुच्छ कार्य करना/व्यर्थ समय गुजारना
|
||||||
283. भरी थाली को
लात मारना
|
जीविकोपार्जन के साधन ठुकरा देना
|
||||||
284. भैंस के आगे
बीन बजाना
|
मूर्ख के समक्ष बुद्धिमानी की बातें करना
व्यर्थ
|
||||||
285. बाल-बाल बचना
|
कुछ भी हानि न होना
|
||||||
286. बाछें खिल
जाना
|
आश्चर्य जनक हर्ष
|
||||||
287. मन खट्टा होना
|
मन फिर जाना/जी उचाट होना
|
||||||
288. मन के लड्डू
खाना
|
कोरी कल्पनाएँ करना
|
||||||
289. मुँह में पानी
भर आना
|
इच्छा होना/जी ललचाना
|
||||||
290. मुँह में लगाम
न लगाना
|
अनियंत्रित बातें करना
|
||||||
291. मुट्ठी गर्म
करना
|
रिश्वत देना, लेना
|
||||||
292. मुँह की खाना
|
हार जाना/हार मानना
|
||||||
293. मक्खियाँ
मारना
|
बेकार भटकना/बैठना
|
||||||
294. मक्खीचूस होना
|
बहुत कंजूस होना
|
||||||
295. मुँह पर
हवाइयाँ उड़ना
|
चेहरा फक पड़ जाना
|
||||||
296. मन मसोस कर रह
जाना
|
इच्छा को रोकना
|
||||||
297. मुँह काला
करना
|
कलंकित होना
|
||||||
298. मुँह की खाना
|
बातों में हारना/अपमानित होना
|
||||||
299. मुँह तोड़
जवाब देना
|
कठोर शब्दों में कहना
|
||||||
300. मन मारना
|
उदास होना/इच्छाओं पर नियंत्रण
|
||||||
301. मुँह मोड़ना
|
ध्यान न देना
|
||||||
302. रंग में भंग
होना
|
मजा किरकिरा होना/बाधा होना
|
||||||
303. राई का पहाड़
बनाना
|
बात को बढ़ा-चढ़ा देना
|
||||||
304. रंगा-सियार
होना
|
ढोंगी/धोखेबाज
|
||||||
305. रोम-रोम खिल
उठना
|
प्रसन्न होना
|
||||||
306. रौंगटे खड़े
होना
|
डर से रोमांचित होना
|
||||||
307. रफूचक्कर होना
|
भाग जाना
|
||||||
308. रंग
दिखाना/जमाना
|
प्रभाव जमाना
|
||||||
309. रंगे हाथों
पकड़ना
|
अपराध करते हुए पकड़े जाना
|
||||||
310. लकीर का फकीर
होना
|
परम्परावादी होना/ अंधानुकरण
करना
|
||||||
311. लोहे के चने
चबाना
|
बहुत कठिन कार्य करना/
|
संघर्ष करना
|
|||||
312. लाल-पीला होना
|
क्रोधित होना
|
||||||
313. लोहा मानना
|
बहादुरी स्वीकार करना
|
||||||
314. लहू का घूँट
पीना
|
अपमान सहन करना
|
||||||
315. लोहा बजाना
|
शस्त्रों से युद्ध करना
|
||||||
316. लुटिया डूबो
देना
|
काम बिगाड़ देना
|
||||||
317. लोहा लेना
|
युद्ध करना/मुकाबला करना
|
||||||
318. लोहू-पसीना एक
करना
|
कठिन परिश्रम करना
|
||||||
319. लंबा हाथ
मारना
|
धोखाधड़ी से पैसे बनाना
|
||||||
320. विष उगलना
|
किसी के खिलाफ बुरी बात कहना
|
||||||
321. शहद लगाकर
चाटना
|
तुच्छ वस्तु को महत्त्व देना
|
||||||
322. शैतान के कान
कतरना
|
बहुत चतुर होना
|
||||||
323. समझ पर पत्थर
पड़ना
|
अक्ल मारी जाना
|
||||||
324. सिर धुनना
|
पछताना/चिन्ता करना
|
||||||
325. सिर हथेली पर
रखना
|
मृत्यु की चिन्ता न करना
|
||||||
326. सिर उठाना
|
विद्रोह करना
|
||||||
327. सितारा चमकना
|
भाग्यशाली होना
|
||||||
328. सूरज को दीपक
दिखाना
|
अत्यधिक प्रसिद्ध व्यक्ति का परिचय देना
|
||||||
329. सब्ज बाग
दिखाना
|
लोभ देकर बहकाना लालच देकर धोखा देना
|
||||||
330. सिर पर कफ़न
बाँधना
|
मरने को प्रस्तुत रहना
|
||||||
331. सिर से बला
टालना
|
मुसीबत से पीछा छुड़ाना
|
||||||
332. सिर आँखों पर
रखना
|
आदर सहित आज्ञा मानना
|
||||||
333. सोने की
चिडि़या हाथ
|
लाभपूर्ण वस्तु से वंचित रहना
|
||||||
से निकलना
|
|||||||
334. सिक्का जमाना
|
प्रभाव डालना/प्रभुत्व स्थापित करना
|
||||||
335. सोने की
चिडि़या होना
|
बहुत धनवान होना
|
||||||
336. साँप छछुन्दर
की गति होना
|
दुविधा में पड़ना
|
||||||
337. सीधे मुँह बात
तक न करना
|
बहुत इतराना
|
||||||
338. सोने में
सुगन्ध होना
|
एक गुण में और गुण मिलना
|
||||||
339. सौ-सौ घड़े
पानी पड़ना
|
अत्यन्त लज्जित होना
|
||||||
340. सिर-मूँडना
|
ठगना
|
||||||
341. हवा से बातें
करना
|
बहुत तेज दौड़ना
|
||||||
342. हाथ धोकर पीछे
पड़ना
|
बुरी तरह पीछे पड़ना
|
||||||
343. हाथ तंग होना
|
धन की कमी या दिक्कत होना
|
||||||
344. होम करते हाथ
जलना
|
भलाई करने में नुकसान होना
|
||||||
345. होंठ चबाना
|
क्रोध प्रकट करना
|
||||||
346. हवाई किले
बनाना
|
थोथी कल्पना करना
|
||||||
347. हवा हो जाना
|
भाग जाना
|
||||||
348. हाथ पाव मारना
|
प्रयत्न करना
|
||||||
349. हथियार डाल
देना
|
हार मान लेना/आत्मसमर्पण करना
|
||||||
350. हाथ पर हाथ धर
कर बैठना
|
निष्क्रिय बनना/बेकार बैठे रहना
|
||||||
351. हवा के घोड़ों
पर सवार होना
|
बहुत जल्दी में होना
|
||||||
352. हवा का रूख
देखना
|
समय की गति पहचान कर काम करना
|
||||||
353. हाथ के तोते
उड़ जाना
|
भौंचक्का रह जाना/होश गंवाना
|
||||||
354. हाथ खींचना
|
सहायता बंद करना
|
||||||
355. हाथ पांव
फूलना
|
घबरा जाना। विपत्ति में पड़ना
|
||||||
356. हाथ पैर मारना
|
मेहनत करना/प्रयत्न करना
|
||||||
357. हाथ साफ करना
|
ठगना/माल मारना
|
||||||
358. हुक्का पानी
बंद करना
|
बिरादरी से बाहर करना
|
||||||
359. हथेली पर
सरसों जमाना
|
जल्दबाजी करना
|
||||||
360. हाथ खींचना
|
साथ न देना/मदद बंद करना
|
||||||
361. हाथ धो बैठना
|
गंवा देना
|
||||||
362. हाथ पीले करना
|
विवाह करना
|
||||||
363. श्री गणेश
करना
|
आरम्भ करना
|
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